हमारा दिल पंप की तरह काम करता है। जो रक्त को ऑक्सीकृत करने के लिए फेफड़ों में भेजता है, वहां से यह शरीर के अन्य हिस्सों में जाकर उन्हें 'जीवन' देता है। इन अंगों से 'डी-ऑक्सीजेनेटेड' हो चुका रक्त फिर से फेफड़ों में आ जाता है, जहां उसे फिर से 'ऑक्सीजेनेटेड' किया जाता है। यह सिलसिला यूं ही चलता रहता है। इस प्रक्रिया में गड़बड़ी आने पर अंगों को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है जिससे वे कमजोर हो सकते हैं और हमारी स्वास्थ्य प्रणाली फेल हो सकती है।
नुकसान : ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी होने से याददाश्त में कमी, हृदय संबंधी रोग, आंखों के नीचे काले घेरे, हाथ-पैरों में ठंडापन, आंखों की समस्या, चक्कर, सुस्ती, मांसपेशियों में ऐंठन, अंगों में सुन्नता और रक्त के थक्के जमने जैसी समस्या हो सकती है।
इन्हें अपनाएं -
दिनभर में कम से कम आठ गिलास पानी पिएं। समय-समय पर शरीर की मालिश करें।
नींबू पानी रोजाना पिएं।
लहसुन का प्रयोग करना भी फायदेमंद होता है।
डिब्बाबंद फू्रट ड्रिंक और सोडा आदि ना पिएं।
साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां व फल आदि खाएं।
सूखे मेवों को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
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