सर्दियों में मक्के का सेवन करने से सेहत को होगा फायदा
मक्का में फाइबर, विटामिन्स, कैरोटिनॉयड्स आदि पोषक तत्वों का भरपूर मात्रा होती है। मोटे अनाज के रूप में बहुत पुराने समय से मक्के का इस्तेमाल किया जाता है। सर्दी में मक्के के आटे का सेवन करना चाहिए। मक्की के आटे में फाइबर और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है ।
मक्का शरीर में खून की कमी दूर कर मांसपेशियों, कोशिकाओं आदि को ताकत देता है। गेहूं की रोटी के मुकाबले मक्के की रोटी को पचाना आसान होता है और यह बेहद स्वास्थ्यवर्द्धक भी है। जानते हैं कि डाइट में मक्के की रोटी शामिल करने से हमें क्या-क्या फायदा मिलने वाला है।
मक्के की बाटी बनाएं-
सामग्री -
मक्के और गेहूं का आटा, थोड़ा सा देसी घी, लालमिर्च, पिसा सूखा धनिया, साबुत सौंफ और स्वाद के अनुसार नमक।
बनाने की विधि -
दो सौ ग्राम मक्की का आटा लेकर उसमें 100 ग्राम गेहूं का आटा मिक्स करें।
इसमें एक से डेढ़ चम्मच देशी घी डालने के बाद स्वाद के अनुसार लाल मिर्च, नमक, गरम मसाला, सौंफ, थोड़ा बारीक कटा हरा धनिया एक चम्मच पिसा सूखा धनिया मिक्स कर लें।
अब थोड़े गुनगुने पानी से इस आटे के मिश्रण को गूंथ लें।
अब सामान्य बाटी की तरह इस मिश्रण की लोइयां लेकर बाटी का रूप दे दें।
बाटी कूकर या ओवन में इन्हें सेक लें।
बाटियों के सिकने की पहचान है कि सिकने पर इनपर हल्की दरारें आ जाएंगी।
सर्दी के मौसम के अनुसार इन्हें गर्मागर्म देशी घी में डिप कर लें। घी में से निकालकर इन्हें किसी भी चटनी के अलावा दाल आदि के साथ खा सकते हैं।
मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर मक्के की रोटी के सेवन से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है। इसके अलावा इसमें जिंक और फास्फोरस भी पाया जाता है। यह आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों के बचाव में भी काम आता है।