महिलाओं को डॉक्टर 30-35 की उम्र के बाद नियमित अंतराल पर पेप स्मियर टेस्ट कराने की सलाह देते हैं ताकि समय रहते सर्विक्स (गर्भाशय) कैंसर या किसी अन्य बीमारी का पता चल सके। लेकिन वजाइनल स्वैब लेकर किए जाने वाले इस टेस्ट को कई महिलाएं संकोचवश नहीं करातीं। ऐसे में एक नया टेस्ट महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है।
'एचपीवी-डीएनए स्टडी' नामक यह टेस्ट रक्त के नमूने से किया जाएगा। इसे आप किसी भी लैब से करवा सकेंगे जबकि पेप स्मियर टेस्ट माइक्रोस्कोप के नीचे स्लाइड पर होने से इसके नतीजे बहुत हद तक परीक्षण करने वाले की कुशलता पर निर्भर करते हैं।
वैक्सीन है उपलब्ध
गर्भाशय कैंसर का प्रमुख कारण एचपीवी वायरस है। इससे बचाव के लिए 9 साल की बच्चियों से लेकर 26 साल तक की युवतियों को यौन व्यवहार के हिसाब से तीन टीके जीरो डे, एक व छह माह के अंतराल पर लगाए जाते हैं। एक टीके की कीमत करीब 2000 रुपए होती है।
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