अमरीकन जर्नल ऑफ फिजियोलोजी में स्लीप डिसऑर्डर्स सेंटर्स (अरीजोना) के निदेशक डॉ. रॉबर्ट रोजेनबर्ग ने एक ताजा अध्ययन में नींद से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों का खुलासा किया है। डॉ. रॉबर्ट ने शाम 4 बजे के बाद झपकी न लेने की सलाह दी है क्योंकि इससे रात की नींद में खलल पड़ता है।
हार्मोन में बदलाव : दोपहर दो से चार बजे के बीच हमारा एनर्जी लेवल तेजी से गिरता है क्योंकि इस वक्त कोर्टिसोल और मेलाटोनिन हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है। इससे बचने के लिए दोपहर एक बजे के आसपास झपकी लेना सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है।
नींद का आदर्श समय : 20 मिनट की झपकी हमारी एकाग्रता और ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में काफी मददगार हो सकती है। दिमाग ठीक ढंग से काम करे इसके लिए नींद का आदर्श समय तो 7-8 घंटे का है लेकिन अगर आप इतनी नींद नहीं भी ले पाते तो कम से कम साढ़े पांच घंटे तो जरूर सोएं।
टिप्स : अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि आप समय पर सोने व जागने का नियम बनाएं। देर रात तक लैपटॉप, टीवी या मोबाइल का प्रयोग करने से बचें।
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