मोबाइल फोन से लेकर टेलीविजन और लैपटॉप के अत्यधिक इस्तेमाल से बड़ों से ज्यादा बच्चों की आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। 100 में से एक बच्चे में इस कारण एम्बलायोपिया की शिकायत होती है। इसमें बाहरी तौर पर तो आंखें स्वस्थ दिखती हैं लेकिन अंदरुनी तौर पर ये काफी कमजोर होती है जिससे देखने में समस्या आती है।
विटामिन-ए है अहम
गैजेक्ट्स के लंबे समय तक प्रयोग के अलावा नेत्र संबंधी परेशानियों की वजह खानपान में विटामिन-ए की कमी भी है। बच्चों के अलावा बड़ों को भी रंग बिरंगे फल व सब्जियां (अमरूद, सेब, पपीता, अनार, गाजर, शकरकंद, पालक, संतरा आदि) ज्यादा लेने चाहिएं। इनमें भरपूर विटामिन-ए होता है।
गैजेट्स सिर्फ 1 घंटे ही
गैजेक्ट्स का प्रयोग दिनभर में एक घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। कोशिश करें कि हर 15-20 मिनट के अंतराल में इन गैजेक्ट्स से दूरी बनाकर आंखों को आराम दें और पलकों को बार-बार झपकाएं।
एक्सपर्ट : डॉ. अनुराग सिंह, विभागाध्यक्ष, शिशु रोग विभाग, डॉ. एसएन कॉलेज, जोधपुर
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