हौम्योपैथी में अल्फाल्फा का प्रयोग टॉनिक के रूप में किया जाता है। हौम्योपैथी के इस टॉनिक से शरीर की कई तरह की व्याधियां ठीक होती हैं। किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी से ठीक होने के बाद आई शारीरीक कमजोरी, गर्भपात या डिलीवरी के बाद की कमजोरी को दूर करने के लिए विशेषज्ञ मरीज के इलाज के लिए यह दवा प्रयोग में लाते हैं।
अल्फाल्फा के मदर टिंचर की 25 से 30 बूंदें वयस्कों को रोजाना सुबह और शाम पिलाने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।
अगर किसी का चेहरा लाल या पीला पड़ गया हो, चक्कर आते हो तो इस दवा का प्रयोग काफी फायदेमंद होता है। अल्फाल्फा टॉनिक लिवर को एक्टिव बनाकर बार-बार पेशाब आने की स्थिति को दूर करता है और यूरिन से यूरिया को हटाता है। इसके अलावा जिन लोगों को भूख नहीं लगती उनके लिए भी यह दवा काफी प्रभावी होती है। हालांकि बच्चों को अल्फाल्फा टॉनिक की 5-10 बूंदें ही दी जाती हैं।
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